दिल्ली दरबार एक युवा, हँसमुख और टेक्नोलॉजी के दीवाने राहुल मिश्रा की कहानी है, जिसकी यात्रा एक लापरवाह आशिक़ से ज़िम्मेदार इंसान बनने तक जाती है। राहुल एक छोटे शहर से दिल्ली आता है, एक बेहतर भविष्य की तलाश में। दिल्ली का यह सफ़र उसकी ज़िंदगी और जीवनशैली में कई बदलाव लाता है, जिनसे उसे तालमेल बिठाना पड़ता है।
उसका जीवन-मंत्र है – "सफलता का हमेशा कोई शॉर्टकट होता है", और यही बात वह अपने अनोखे और थोड़े अजीब तरीक़ों से सच भी कर दिखाता है।
दिल्ली दरबार की कहानी सिर्फ़ राहुल की नहीं, बल्कि परीधि की भी है – एक पूर्वी दिल्ली की सामान्य-सी लड़की, जिसकी राहें राहुल की राहों से टकराती हैं। यह कहानी है प्यार, भरोसे, दोस्ती और जीवन के मायनों को तलाशने की – एक दिलचस्प, हल्की-फुल्की लेकिन सोचने पर मजबूर कर देने वाली यात्रा।